इस साल खरीदार महंगे मकान खरीदने पर अधिक जोर दे रहे हैं

रियल एस्टेट उद्योग (Real Estate Industry) में इस साल भी तेजी जारी है। पहली तिमाही के दौरान मकानों की बिक्री में इजाफा हुआ है। इस साल की पहली तिमाही में इतने मकान बिके जितने किसी साल की पहली तिमाही में नहीं बिके।

साथ ही किसी भी एक तिमाही में बिकने वाले मकानों की संख्या के मामले में इस तिमाही का दूसरा नंबर रहा। पहली तिमाही में मकानों की बिक्री बढ़ने के साथ ही इनकी कीमतों में 3 से 15 फीसदी इजाफा हुआ है। उद्योग के मुताबिक इस साल 3 लाख से अधिक मकान बिकने की संभावना  संपत्ति सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च अवधि) में 8 प्रमुख शहरों में 74,486 मकान बिके, जो पिछली समान अवधि में बिके 62,040 मकान से 20 फीसदी अधिक हैं। इस साल की पहली तिमाही में बिके मकानों ने बीते वर्षों में किसी भी वर्ष की पहली तिमाही में बिके मकानों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

2019 से 2022 के बीच पहली तिमाही में बिके मकानों का औसत 36,481 था। पहली में मकानों की बिक्री में बढ़ोतरी की वजह स्थापित (established) बिल्डरों द्वारा आपूर्ति, स्थिर आर्थिक गतिविधियां, खरीदारों की ओर से सकारात्मक सेंटीमेंट आदि रही।

साथ ही यह तिमाही दूसरी ऐसी तिमाही रही, जब मकानों की बिक्री 74 हजार पार कर गई। इससे पहले 2023 की चौथी तिमाही में 75,591 मकान बिके थे। यह दर्शाता है कि आवासीय मार्केट में फंडामेंटल मजबूत है और मकानों की बिक्री 2023 को पार कर सकती है। जेएलएल इंडिया के मुताबिक इस साल 3 से 3.15 लाख मकान बिकने की संभावना है।

सबसे ज्यादा कहां बिके मकान?

जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में सबसे अधिक 16,995 मकान बेंगलूरू में बिके, जो पिछले साल की पहली तिमाही में बिके 13,029 मकान से 23 फीसदी अधिक हैं।

इस साल पहली तिमाही में मुंबई में मकानों की बिक्री 22 फीसदी बढ़कर 16,544, पुणे में 19 फीसदी बढ़कर 13,849, दिल्ली-एनसीआर में 13 फीसदी बढ़कर 10,153, हैदराबाद में 12 फीसदी बढ़कर 8,593, कोलकाता में 6 फीसदी बढ़कर 4,979 और चेन्नई में 5 फीसदी बढ़कर 3,373 हो गई।

खूब बिक रहे हैं 1.5 करोड़ रुपये से महंगे मकान

इस साल खरीदार महंगे मकान खरीदने पर अधिक जोर दे रहे हैं। जिससे 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है, जबकि इससे कम कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी में कमी आई है।

जेएलएल इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 1.5 से 3 करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 14 फीसदी से बढ़कर 17 फीसदी हो गई। साथ ही इस दौरान 3 से 5 करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी भी 4 फीसदी से बढ़कर 7 फीसदी हो गई। हालांकि 5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी में एक फीसदी कमी दर्ज की गई।

इस रिपोर्ट के अनुसार 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 18 फीसदी से घटकर 21 फीसदी रह गई। सबसे अधिक मकान 50 से 75 लाख रुपये कीमत वाले बिके। लेकिन इनकी हिस्सेदारी 22 फीसदी से घटकर 21 फीसदी रह गई। 75 लाख से एक करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 17 फीसदी पर स्थिर रही।

2024 के Q1 में कितने मकान हुए लॉन्च?

इस साल की पहली तिमाही में मकानों की लॉन्चिंग में भी इजाफा हुआ है। जेएलएल इंडिया के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में 79,110 मकान लॉन्च हुए, जो पिछले साल की इसी तिमाही में लॉन्च हुए 74,995 मकान से 5 फीसदी अधिक हैं।

इस साल की पहली तिमाही में पिछले सालों की पहली तिमाहियों में लॉन्च हुए मकानों से अधिक मकान लॉन्च हुए। सबसे अधिक 20,224 मकान मुंबई में लॉन्च हुए। इसके बाद 16,728 हैदराबाद में, पुणे में 14,518 मकान, बेंगलूरू में 12,616 मकान, दिल्ली-एनसीआर में 7,669 मकान लॉन्च हुए।

बिल्डर अपनी विपणन रणनीति में बदलाव ला रहे हैं और अधिक मूल्य वाली परियोजनाओं को लॉन्च करने पर अधिक जोर रहे हैं। करीब 37 फीसदी नई लॉन्चिंग 1.5 करोड़ रुपये और इससे अधिक कीमत वाली श्रेणी में हो रही है।

जेएलएल इंडिया में वरिष्ठ प्रबंध निदेशक (चेन्नई और कोयंबटूर) और प्रमुख आवासीय सेवाएं शिव कृष्णन कहते हैं कि आवासीय मार्केट के विभिन्न सेगमेंट में बिक्री में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिल रहे हैं। लग्जरी सेगमेंट यानी 3 करोड़ और इससे अधिक कीमत वाले मकानों की बिक्री काफी हो रही है। जबकि किफायती सेगमेंट यानी 50 लाख रुपये कम कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है। 2022 की पहली तिमाही में 27 फीसदी किफायती मकान बिके थे, जबकि 2024 में पहली तिमाही में यह आंकड़ा गिरकर 15 फीसदी रह गया।

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