यात्रा व्यवस्था से जुड़े मसलों को लेकर अभी चार-पांच बैठकें और होंगी। वहीं अब गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा व्यवस्था का एसीएस निरीक्षण करेंगे।
चारधाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण बनाने के लिए जुलाई तक रिपोर्ट आ जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपर मुख्य सचिव (एसीएस) आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में गठित कमेटी को प्राधिकरण का प्रस्ताव तैयार करने का जिम्मा सौंपा है। कमेटी दो दौर की बैठकें कर चुकी है। इसी सिलसिले में कमेटी के अध्यक्ष आनंद बर्द्धन बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की व्यवस्था का निरीक्षण कर चुके हैं। उस दौरान उन्होंने मंदिर प्रबंधन और उससे जुड़े हितधारकों के साथ वार्ता की। इस दौरान कमेटी को कई महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए। एसीएस के मुताबिक, यात्रा प्रबंधन के संबंध में कई अलग-अलग पहलुओं पर मंथन होना अभी बाकी है। इसलिए अभी चार-पांच बैठकें और होंगी। इसलिए रिपोर्ट तैयार होने में अभी समय लगेगा। अगले माह तक कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। मुख्यमंत्री को रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में लाया जाएगा। माना जा रहा है कि चारधाम प्रबंधन प्राधिकरण के प्रस्ताव को बेशक अगले कुछ महीनों में मंजूरी मिल जाए लेकिन काम यह अगले साल से ही करेगा।
दबाव बढ़ा, यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा के लिए भी जुटानी होंगी व्यवस्थाएं
इस बार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से वहां की व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं हैं। यात्रियों की संख्या के दबाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने दोनों धामों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं व सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में केदारनाथ और बदरीनाथ का दौरा कर चुके अपर मुख्य सचिव जल्द ही यमुनोत्री व गंगोत्री धामों का निरीक्षण कर सकते हैं।