रुद्रपुर। शहर के बाहरी हिस्से में बन रही रिंग रोड पर एनएचएआई को रुद्रपुर गांव में लगभग एक हेक्टेयर अधिग्रहीत जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाया है। विवादित जमीन पर कब्जा लेने के लिए बुधवार को एनएचएआई की टीम पुलिस, प्रशासन व पीएसी के साथ पहुंची। इस दौरान भूमि स्वामी ने बिना मुआवजा दिए जमीन अधिग्रहित करने पर आपत्ति जताई। एनएचएआई ने भू-स्वामी को एक दिन का समय कागजात जमा करने का दिया है और टीम बैरंग लौट गई।
दरअसल रिंग रोड रुद्रपुर के 12 गांवों से होकर गुजर रही है। रिंग रोड निर्माण की जद में आ रही भूमि को एनएचएआई ने अधिग्रहित कर लिया है। इसमें रुद्रपुर गांव में लगभग एक हेक्टेयर की जमीन पर अभी तक कब्जा नहीं मिल पाया है। इसके चलते यहां काम शुरू नहीं हो पाया है। एनएचएआई का कहना है कि कई बार कहने के बावजूद भू-स्वामी ने अभी तक मुआवजे से संबंधित कागजात जमा नहीं किए हैं। बुधवार को एसडीएम मनीष बिष्ट, पुलिस फोर्स के साथ एनएचएआई की टीम मौके पर पहुंची थी। उन्होंने निर्माण हटाने की कार्यवाही शुरू की तो पूर्व ब्लाॅक प्रमुख ने इसका विरोध किया। कहा कि समस्या का बिना निस्तारण किए इस तरह से कब्जा नहीं किया जा सकता। एनएचएआई के तुषार गुप्ता ने बताया कि भू-स्वामी को एसएलओ दफ्तर में भूमि संबंधी दस्तावेज जमा करने के लिए एक दिन का समय दिया गया है। जिससे मुआवजा वितरण की प्रक्रिया पूरी हो सके।