पुरोला। नगर पंचायत 6 नंबर वार्ड का कमल नदी पर बने पैदल पुल को जोड़ने वाले रास्ते की दीवार ध्वस्त हो गई है, जिससे संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों और ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दीवार ध्वस्त होने से लोगों को या तो जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है या फिर तीन किमी की दूरी नापनी पड़ रही है। पुल से स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं और मवेशियों को जंगल पहुंचाने और घास के लिए जाने वाली महिलाओं को जोखिम के साथ आवाजाही करनी पड़ रही है, जिससे हर दिन बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। नगर पालिका के वार्ड नंबर 6 में पुरोला-नौगांव मोटर मार्ग पर संस्कृत विद्यालय के नजदीक कमल नदी पर लगभग दो दशक पूर्व लोक निर्माण विभाग ने पैदल पुल का निर्माण किया गया था। इससे पुरोला गांव के काश्तकार अपनी खेती और मवेशियों को चरान चुगान के लिए आवाजाही करते हैं। साथ ही कमल संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र इसी पुल से विद्यालय जाते हैं। ग्रामीण कवींद्र असवाल, त्रिलोक चौहान व जयदेव चमियाल, हरीश आदि ने बताया कि पुल को जोड़ने वाले रास्ते की सुरक्षा दीवार ध्वस्त होने से लोगों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन से क्षतिग्रस्त पुल को ठीक करने की मांग की है।
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