मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय और आईजी गढ़वाल के निरीक्षण के बाद एक जून से ऑफलाइन पंजीकरण के लिए फिर से काउंटर शुरू किए गए। शासन के निर्णय के हरिद्वार केंद्र को 1500 स्लॉट दिए गए। लगातार एक सप्ताह से भी अधिक समय से पंजीकरण बंद होने के चलते निर्धारित स्लॉट से करीब आठ गुना अधिक भीड़ जुट गई। हरिद्वार के ऋषिकुल ग्राउंड में पंजीकरण के दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस कर्मियाें ने व्यवस्था संभालने के लिए यात्रियों को कतारबद्ध कराया। महिला, युवा और वृद्ध सुबह से ही पंजीकरण के लिए लाइनों में लग गए थे। सुबह आठ बजे तक पंजीकरण शुरू नहीं होने पर यात्रियों ने मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों से बहस शुरू कर दी।
साप्ताहिक अवकाश के चलते शनिवार की देर शाम कई राज्यों के लोग धर्मनगरी में आ पहुंचे। शनिवार देर शाम पहुंचे उन तमाम यात्रियों को तो कोई असुविधा नहीं हुई, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन होटल आदि बुक किए थे। उन परिवारों को रात इधर-उधर गुजारनी पड़ी जो साप्ताहिक अवकाश को घूमने के लिए निकल पड़े थे। हाईवे पर भी वाहनाें के काफिले रुड़की की ओर से दिनभर गुजरते रहे। धर्मनगरी में भी सभी पार्किंग दोपहर चार बजे के बाद से ही फुल हो चुकी थी। होटल और पार्किंग पैक होने के चलते आश्रम और अखाड़े में लोग कमरा खोजते फिरते रहे।