मुरादाबाद रोड स्थिति दवा बनाने वाली एक फैक्टरी में कीटनाशक के छिड़काव से आठ महिलाएं बेहोश हो गईं। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दो महिलाओं की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बृहस्पतिवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे दवा बनाने वाली फैक्टरी में मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा था। इसी दौरान वहां 200 से अधिक कर्मी मौजूद थे। कीटनाशक दवा का छिड़काव होते ही कुछ महिलाओं को सांस लेने में समस्या होने लगी। थोड़ी देर में आशा देवी, कंचन सैनी, आशा देवी, मीना, अनीता यादव, कशिश, चंचल नेहा यादव बेहोश हो गईं। उन्हें फैक्टरी के लोगों ने तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां छह महिलाओं की हालत में सुधार है जबकि आशा देवी व एक अन्य महिला अभी भी गंभीर हैं। डॉ. पंकज सैनी ने बताया कि आठ में से दो की हालत गंभीर है। अन्य की हालत में सुधार है, उन्हें जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उन्हें गैसेस के संपर्क में आने से समस्या हुई है। कंपनी के एचआर मैनेजर मनीष सिंह ने बताया कि मच्छरों से बचाव के लिए फैक्टरी में कीटनाशक का छिड़काव कराया जा रहा था। वहां पर दो-ढाई सौ कर्मी मौजूद थे जिसमें आठ महिलाओं को समस्या हुई, जिन्हें फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिलाओं की हालत में सुधार है और जल्द ही डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा।