दिल्ली से मां-बेटा और बहू लग्जरी कार से चोरी करने आते थे। वह भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों से लोगों के बैग से गहने और पैसे चुराते थे। किसी को शक न हो, इसलिए हाई-फाई बनकर बाजार में घूमते थे। पुलिस ने 10 अप्रैल को बाजार में हुई चोरी के तीनों आरोपी में से बेटा और बहू को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मां फरार है।10 अप्रैल को आनंदपुर ग्राम चांदनी चौक बल्यूटिया निवासी इंद्रा दर्म्वाल अपनी बुआ के साथ बाजार में खरीदारी के लिए आई थीं। उन्होंने अपने बैग में पर्स रखा था, जिसमें सोने के झुमके, चांदी की पायल और सात हजार रुपये थे। कालू सिद्ध मंदिर के सामने वाली गली में उन्होंने सामान लेने के बाद पैसे निकालने के लिए बैग में हाथ डाला तो पर्स गायब था। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए सीओ सिटी नितिन लोहनी ने बताया कि सीसीटीवी खंगाले गए तो दो महिलाएं चोरी करती दिखीं। इसके बाद ओके होटल चौराहे से वे ई-रिक्शा में बैठकर गांधी स्कूल के पास खड़ी कार में पहुंचीं। इसके बाद कार एक गली में गई और महिलाओं ने कपड़े बदले और फिर चोरी करने बाजार में निकल गईं। कार नंबर के आधार पर तीनों की पहचान हुई। पुलिस ने टांडा जंगल के पास से मुफ्तीटोला इमली वाली मस्जिद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश व हाल निवासी काला महल जामा मस्जिद दिल्ली निवासी वसीम पुत्र बजीर अहमद को उसकी पत्नी आसिया के साथ गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से चोरी के झुमके, पायल और पांच हजार रुपये बरामद किए गए। वसीम की मां अभी फरार है।बैग वाली महिलाओं को बनाते थे निशाना
मां, बहू और बेटा चोरी करने के लिए दिल्ली से लग्जरी कार में आते थे। एक दिन में ये बाजार में तीन-चार लोगों को निशाना बनाते थे। किसी को शक न हो इसलिए बार-बार कपड़े बदलते थे। मंगल पड़ाव चौकी इंचार्ज दिनेश जोशी ने बताया कि ये ऐसी महिलाओं को निशाना बनाते थे जो बाजार में बड़ा बैग लेकर आती थी। कहा कि बेटा कार में रहता था, सास-बहू चोरी करती थीं।
मुरादाबाद में भी तीनों के खिलाफ दर्ज हैं मुकदमे
तीनों आरोपी मूल रूप से मुरादाबाद निवासी हैं। इनका मुरादाबाद में मकान है। मुरादाबाद में इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। इस कारण ये दिल्ली में किराए के मकान में रह रहे थे। वहीं से शहर-दर-शहर जाकर चोरी करते थे।