लंबे समय तक सैन्य अफसर इस ग्रुप की अपडेट चेक कर रहे थे। लगातार उन्हें तमाम शेयर के बारे में बताया जा रहा था। उन्हें यकीन हो गया कि इसमें अच्छी कमाई हो सकती है। लिहाजा वह ठगों के चंगुल में आ गए और निवेश करना शुरू कर दिया।
सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल भी साइबर ठगों के चंगुल में फंस गए। ठगों ने उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा गया और निवेश में मोटी कमाई का झांसा देकर नौ लाख रुपये ठग लिए। अफसर की शिकायत पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ठगी का शिकार लेफ्टिनेंट कर्नल रिजेश आर उन्नीथन हुए हैं। उन्नीथन मिलिट्री अस्पताल में निश्चेतक डॉक्टर हैं। इंस्पेक्टर कैंट गिरीश चंद शर्मा ने बताया कि उन्हें एक स्टॉक सलाहकार ग्रुप पर जोड़ा गया था। लंबे समय तक सैन्य अफसर इस ग्रुप की अपडेट चेक कर रहे थे। लगातार उन्हें तमाम शेयर के बारे में बताया जा रहा था। उन्हें यकीन हो गया कि इसमें अच्छी कमाई हो सकती है। लिहाजा वह ठगों के चंगुल में आ गए और निवेश करना शुरू कर दिया। ग्रुप में बताई जानकारी के आधार एक पोर्टल पर एकाउंट बनाकर उसमें नौ लाख रुपये का निवेश किया। पोर्टल ऑनलाइन लाभ दिखाया गया। जब रकम निकालने की कोशिश की तो पता लगा कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं।