भवाली (नैनीताल)। नगर की जनता 35 साल पुरानी पेयजल व्यवस्था के भरोसे चल रही है। 35 वर्षों में जनसंख्या भी बढ़ी लेकिन क्षमता नहीं बढ़ाई। इसके चलते नगर में पेयजल संकट पैदा हो गया है। वर्ष 1990 से भवाली में पेयजल योजना का पुनर्गठन नहीं हुआ है। रिकॉर्ड के हिसाब से अब यहां की आबादी लगभग दस हजार पहुंच गई है। इस बीच पेयजल संकट को देखते हुए सांसद अजय भट्ट के सहयोग से जल निगम, जल संस्थान और नगर पालिका ने पेयजल योजना के पुनर्गठन के लिए 84 करोड़ का स्टीमेट भारत सरकार को भेजा है। इसमें नगर क्षेत्र में 8 नवीन बोर ट्यूबवेल, जल संचय टैंक और नवीन पाइप लाइन निर्माण का कार्य शामिल है। इसके निर्माण के लिए सरकारी और पालिका स्वामित्व की भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी निवर्तमान पालिका बोर्ड ने जलनिगम को भेज दिया है। पानी की सिंगल लाइन होने के कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान समय में सुबह-शाम 1 घंटे से भी कम समय लोगों को पानी मिल पा रहा है। निवर्तमान अध्यक्ष संजय वर्मा ने बताया कि पेयजल पुनर्गठन योजना का लगभग 84 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। इसमें जल्द ही धनराशि स्वीकृति की संभावना है। स्वीकृति के बाद भवाली में पानी की समस्या का सामाधान हो जाएगा। भीमताल के अधिशासी अभियंता अशोक प्रजापति ने बताया भवाली में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए 84 करोड़ का प्रस्ताव जायका के तहत देहरादून मुख्यालय भेजा गया है। धनराशि स्वीकृत होने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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