नौगांव (उत्तरकाशी)। विकासखंड नौगांव की तीन ग्राम पंचायतें भंकोली, छमरोटा और थली के 430 परिवार विकास कार्यों के लिए दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं। यह तीनों ग्राम पंचायतें यूं तो नौगांव में स्थित हैं, लेकिन इनकी तहसील पुरोला में हैं। ऐसे में ग्रामीणों को राजस्व रिकॉर्ड के लिए 30 से 42 किमी की दूरी नापनी पड़ रही है। भंकोली गांव से विकासखंड मुख्यालय 22 किमी और तहसील मुख्यालय पुरोला 42 किमी दूर है। भंकोली के ग्रामीणों को राजस्व रिकॉर्ड के लिए 42, छमरोटा और थली के लोगों को 30 किमी दूर पुरोला जाना पड़ता है, जबकि तीनों ग्राम पंचायतों के लिए पुरोला की अपेक्षा बड़कोट तहसील नजदीक है। ग्रामीणों का कहना है कि नौगांव ब्लॉक में होने वाले सरकारी शिविरों में पुरोला तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों की अनुपस्थिति से उनके कार्य नहीं हो पाते हैं। इससे उन्हें तहसील पुरोला के लिए 20 किमी की अतिरिक्त दौड़ लगानी पड़ती है। छमरोटा गांव के पूर्व प्रधान राम प्रसाद सेमवाल का कहना है कि हम कई दशक से दोहरी मार झेल रहे हैं। आज एक तरफ शरीर और दूसरी तरफ आत्मा वाली स्थिति है, जिससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजस्व रिकॉर्ड के लिए 42 किमी दूर पुरोला जाना पड़ रहा है। इधर, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य भंकोली वार्ड धर्मदास का कहना है कि हमने 2017 में गठित बर्निगाड़ उपतहसील में शामिल होने की मांग की थी। इसके लिए दौड़ भाग कर प्रयास किया, लेकिन हमारी बात को नहीं सुना गया। भले बर्निगाड़ उपतहसील अभी अस्तित्व में नहीं आ पाई है, लेकिन भविष्य में हमें लाभ मिल सकता था। भंकोली गांव से बर्निगाड़ उपतहसील की दूरी मात्र 12 किमी है।