बड़कोट। मां यमुना के शीतकालीन गद्दीस्थल व मायके खरसाली गांव स्थित मां यमुना के भाई शनि सोमेश्वर देवता मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए सोमवार को विधि विधान के साथ बंद कर दिए गए, जो कि अब चार माह बाद खोले जाएंगे।
मां यमुना के भाई शनि देव सोमेश्वर देवता गीठ पट्टी के 12 गांव के आराध्य देव हैं। प्रतिवर्ष यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाने पर शनिदेव की डोली भी मां यमुना की डोली को धाम छोड़ने जाती है। वहीं, कपाट बंद होने के दौरान मां यमुना की डोली को लेने भी जाती है। सोमवार दोपहर बाद चार माह के लिए सोमेश्वर देवता मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इससे पूर्व नौगांव, बड़कोट, उत्तरकाशी आदि क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने शनि देव सोमेश्वर देवता के दर्शन व पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगी। मां यमुना के मायके खरसाली गांव स्थित सोमेश्वर शनि देव महाराज के कपाट अब बैसाखी पर्व पर अप्रैल माह में खोले जाएंगे।