उत्तरकाशी। केलशू घाटी के सेकू गांव के लोगों ने सिस्टम को आइना दिखाते हुए हाथों में गैंती, फावड़ा लेकर संगमचट्टी के समीप स्वयं ही सड़क निर्माण कार्य में जुट गए। ग्रामीणों का कहना है कि शासन-प्रशासन की अनदेखी के कारण मजबूर होकर उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। केलशू घाटी के सेकू गांव के लिए वर्ष 2017 में करीब चार किमी सड़क को शासन की और से स्वीकृति मिली थी, जिस पर लोनिवि ने सर्वे किया। उसके बाद इस पर कोई काम शुरू नहीं हो पाया। शासन-प्रशासन से कई बार सड़क निर्माण शुरू करने के लिए गुहार लगाने बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को सेकू गांव के ग्रामीणों ने स्वयं ही सड़क निर्माण शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है की सड़क नहीं होने के कारण उन्हें आज भी मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। सड़क नहीं होने के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वे वंचित हैं। कहा कि अब भी अगर शासन-प्रशासन सड़क निर्माण शुरू नहीं करता है, तो आगे और भी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
Related Posts
कब्जे वाली अतिरिक्त भूमि के नियमितीकरण की जगी उम्मीद
नई टिहरी। जिला मुख्यालय में टिहरी बांध विस्थापितों के कब्जे वाली अतिरिक्त भूमि नियमितीकरण को लेकर शासन-प्रशासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही लोगों को सरकार की ओर से इसका लाभ मिल सकता है। विधायक किशोर उपाध्याय ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मामले में […]
विकासनगर में सात करोड़ से सुधरेगी पीआरडी मोटरमार्ग की हालत
चकराता। पुरोड़ी-रावना-डामठा मोटरमार्ग की हालत जल्द सुधरेगी। शासन ने इसके लिए सात करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। निविदा की प्रक्रिया गतिमान है। करीब 65 किमी लंबी यह सड़क उत्तरकाशी और टिहरी जिले के साथ जौनसार बावर क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों को जोड़ती है। 25 सितंबर 2022 को क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि के चलते […]
हरबर्टपुर में कूड़ा निस्तारण का संकट, 20 तक प्लॉट में कूड़ा डालने की मोहलत
हरबर्टपुर शहर में कूड़ा निस्तारण का संकट खड़ा हो गया है। नगर पालिका के पास कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं है। अब तक कूड़े को शीशमबाड़ा स्थित ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन संयंत्र भेजा जा रहा था। बीते सोमवार को पछवादून संयुक्त समिति ने विरोध कर संयंत्र के बाहर से नगरपालिका के कूड़ा वाहन लौटा दिए थे। […]