गोरखपुर स्थित तारामंडल में खोले गए रियल इस्टेट कंपनी बीसीडी ग्रुप पर 13 लोगों ने रामगढ़ताल थाने में केस दर्ज कराया है। आरोप लगा है कि थ्री डी मैप से जमीन दिखाकर आशियाना बसाने का सपना बीसीडी ग्रुप की तरफ से दिखाया गया। निवेशकों ने अपनी गाढ़ी कमाई इसमें लगा दी। अब उन्हें अपने साथ हुए धोखे की जानकारी हो सकी। पुलिस ने सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
गोरखपुर में बीसीडी प्रोजेक्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड नाम से तारामंडल में ऑफिस खोलकर जालसाजी का मामला सामने आया है। बेलीपार के तालनदौर में किस्त पर प्लाॅट और आशियाना का सपना दिखाकर जालसाजी की गई है। लोगों को झांसे में लेने के लिए जालसाजों ने थ्रीडी मैप भी दिखाया। सभी ग्राहकों से जमीन बुक कराते समय बीस फीसदी जमा कराया गया और बाकी की रकम किस्त में देनी थी। जमीन, मकान नहीं मिलने के बाद एक साथ 13 लोगों ने सीएम योगी के जनता दर्शन में बीते दिनों शिकायत की थी, जिसके बाद रामगढ़ताल थाने में बुद्ध विहार काॅमर्शियल निवासी अमित कुमार दुबे, अमलेश पांडेय, विशाल राय, शिवरतन मिश्रा उर्फ त्रिलोकी और हौशिला मिश्रा पर केस दर्ज किया गया है। पीड़ितों ने तहरीर में लिखा है कि 11 अक्तूबर 2017 को कंपनी के कार्यालय में मुलाकात हुई थी। तब खुद को कंपनी का अधिकारी बताने वाला अमित कुमार दूबे, अमलेश पांडेय, विशाल राय ने उन्हें प्रास्पेक्टस दिया। शहर से निकट बेलीपार के ताल नदौर में स्थित आवासीय प्लाट का थ्रीडी मैप दिखाया और बताया कि कंपनी सभी सुविधाओं से संपन्न काॅलोनी का निर्माण कर रही है, आसान किस्तों पर प्लाॉट को खरीद सकते है। प्लाॅट खरीदने का शर्त यह है कि जमीन के कुल मूल्य का 50 प्रतिशत भुगतान 12 किस्तों में अदा करना था और रजिस्ट्री करते समय 20 प्रतिशत भुगतान और करके रजिस्ट्री बैनामा कराना था। शेष 30 प्रतिशत धनराशि जरिए चेक छह किस्तों में जमा करना था, जिसे कंपनी एडवांस छह चेक उक्त वर्णित धनराशि का प्राप्त कर लेती और नियत समय पर चेक कंपनी के खाते में कैश हो जाता। जमीन नहीं मिलने पर 11 मार्च 2023 को कार्यालय पर गए तो बंद मिला।