हल्द्वानी। वन विभाग बागजाला में कब्जे की दूसरी जमीन को भी खाली कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। कब्जेदारों को नोटिस भी दिया जाएगा। विभाग ने वहां चेतावनी बोर्ड भी लगा दिया है। बागजाला में अतिक्रमणकारियों ने बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य किए हैं। इसमें से आठ निर्माण कार्य को जंगलात की टीम ने शनिवार को ध्वस्त किया है। अधिकारियों के अनुसार सभी अतिक्रमण को विधिसम्मत तरीके से हटाने के लिए कोशिश चल रही है, इसके तहत सर्वे किया जा रहा है। इसमें सभी ब्याारा एकत्र किया जा रहा है कि किसके कब्जे में कितनी जमीन है। तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु कहते हैं कि जो चिह्नित निर्माण कार्य थे, उन्हें ध्वस्त किया गया था। आगे जो भी अतिक्रमण होगा उसे भी हटाने का अभियान चलाया जाएगा। उधर, बागजाला में जंगलात की कार्रवाई के विरोध में स्थानीय लोगों ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से उनके आवास पर मुलाकात की है। लोगों का कहना था कि वनविभाग की उदासीनता के चलते 2008 में पट्टे नवीनीकृत नहीं हो सके हैं। अब वन विभाग की टीम ने आठ निर्माण को तोड़ दिया है।
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