अल्मोड़ा के सल्ट विकासखंड में निवेश के नाम पर लगने वाले सोलर प्लांट के लिए बगैर अनुमति के हरे पेड़ों को काटने और निजी भूमि पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए 25 से अधिक हरे पेड़ों को बगैर अनुमति के काट दिया।
सल्ट विकासखंड में निवेश के नाम पर लगने वाले सोलर प्लांट के लिए बगैर अनुमति के हरे पेड़ों को काटने और निजी भूमि पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए 25 से अधिक हरे पेड़ों को बगैर अनुमति के काट दिया लेकिन वन विभाग को इसकी भनक नहीं लगी। मामला खुलने के बाद अब वन विभाग जांच और कार्रवाई की बात कर अपनी जिम्मेदारी पर पर्दा डालने की कोशिश में जुट गया है। सल्ट के कुणीधार, मानिला में एक कंपनी की तरफ से सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। आरोप है कि प्लांट स्थापित करने के लिए बगैर अनुमति के चीड़ के 25 से अधिक पेड़ों पर आरी चला दी गई। पूर्व में भी यहां पेड़ काटने की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने वन विभाग और प्रशासन को मामले की सूचना दी लेकिन जिम्मेदार अनजान बने रहे। नतीजन कुछ दिन पूर्व फिर से हरे पेड़ काटकर गिरा दिए गए। आरोप है कि यहां बेखौफ हरे पेड़ों को काटने का सिलसिला जारी है। पेड़ काटने से भड़के लोगों ने जब जिम्मेदार अधिकारियों को दोबारा मामले की सूचना दी तो वे हरकत में आए।
निजी भूमि पर कब्जा कर रास्ता बंद करने का आरोप
मौलेखाल। स्थानीय लोगों ने सोलर प्लांट के लिए निजी भूमि पर कब्जा कर रास्ता बंद करने का आरोप लगाया है। पवन भट्ट और महेश भट्ट ने कहा कि उनकी निजी भूमि पर तारबाड़ लगाकर कब्जा किया गया है। वहीं, खेतों के रास्ते भी बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। कहा कि सरकार एक तरफ गांवों से पलायन रोकने की बात कर रही है, वहीं ग्रामीणों की निजी भूमि पर बेखौफ कब्जा करने वाले माफिया पर कार्रवाई नहीं की जा रही।