अल्मोड़ा। विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के पहले फेज की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) फाइनल हो गई है। वहीं जागेश्वर क्षेत्र की भूमि का सत्यापन शुरू हो गया है। आईएनआई कंसल्टेंसी के अधिकारियों ने बताया कि जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के पहले फेज की डीपीआर फाइनल हो गई है। इसके तहत करीब 112 करोड़ रुपये के कार्य होने हैं। इनमें भंडारा स्थल सौंदर्यीकरण, शौचालय निर्माण, टेंपल प्लाजा, श्मशान घाट सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य शामिल हैं। लोस चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही इन कार्यों के टेंडर लग जाएंगे। पहले फेज के लिए लाइटिंग (इलुमिनेशन) का काम शुरू हो गया है।
भूमि का सत्यापन शुरू
अल्मोड़ा। मास्टर प्लान के तहत जागेश्वर में कई काम होने हैं। शनिवार से कंसल्टेंसी और राजस्व विभाग की टीम ने मास्टर प्लान के दायरे में आने वाली भूमि का सत्यापन शुरू कर दिया है। टीम ने राजस्व पुलिस चौकी में भूमि के नक्शों और अभिलेखों का मिलान किया।
सोनप्रयाग के पत्थर का सैंपल जागेश्वर पहुंचा
अल्मोड़ा। शनिवार को कंसल्टेंसी कंपनी के अधिकारियों ने सोनप्रयाग के पत्थर का सैंपल भी जागेश्वर लाकर जांचा। मास्टर प्लान के कार्यों के लिए करीब 400 से 500 किमी दूर केदारनाथ के सोनप्रयाग से पत्थर लाए जाएंगे। धाम में पत्थरों से तमाम काम होने हैं।
कोट
जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के पहले फेज की डीपीआर फाइनल हो गई है। आईएनआई कंसल्टेंसी के अधिकारियों ने ये जानकारी दी। उम्मीद है कि जागेश्वर क्षेत्र में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।