रुद्रपुर। सुरक्षित स्वच्छता के मापदंडों के तहत पर्यटक स्थल पर होटल, रिसॉर्ट, होम स्टे जैसे पर्यटन के बुनियादी ढांचे का आकलन करने के लिए स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग की जाएगी। स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम के तहत हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में होटल, होम स्टे, लॉज, धर्मशालाओं, ट्रैकिंग कैंपस में स्वच्छता, शौचालय, ग्रे वाटर मेनेजमेंट, सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट और अपशिष्ट प्रबंधन के आधार पर स्वच्छता रेटिंग तय की जाएगी। इसकी मानिटरिंग जिला समिति करेगी। प्रणाली में तीन थीम ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मल कीचड़ प्रबंधन व ग्रेवाटर प्रबंधन शामिल हैं। पहले दो में 80 अंक हैं और अंतिम में 40 अंक सहित कुल 200 अंक हैं। प्रमाणन प्रक्रिया का पात्र होने के लिए भाग लेने वाली संस्थाओं को हर कम से कम 50 प्रतिशत अंक हासिल करने होंगे। ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के प्रथम चरण में उत्तराखंड के नैनीताल और देहरादून जनपद लिए गए हैं। जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इससे जन सामान्य को अच्छी सुविधा मिल सके। इस प्रणाली के तहत होटल, रिसोर्ट, ढाबा अपना मूल्यांकन स्वयं कर सकेंगे। इसके सहयोग से आतिथ्य सुविधाओं के लिए रेटिंग प्रणाली का संचालन किया जाएगा। इसका मकसद है आतिथ्य सुविधाओं के लिए पर्याप्त बुनियादी ढाचा विकसित करना, अच्छी प्रथाओं को अपनाना और स्वच्छता पर जागरूकता पैदा करने में सहायता प्रदान करना।
तीन पहलुओं पर तय होगी रेटिंग
रुद्रपुर। स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम में 100-130 अंक प्राप्त करने वाली संस्थाओं को एक लीफ स्टेटस, 130-180 अंक वाली संस्थाओं को तीन लीफ स्टेटस का दर्जा दिया जाएगा। वहीं 180-200 के बीच स्कोर करने वाली संस्था को पांच लीफ स्टेटस के साथ सर्वश्रेष्ठ स्थान मिलेगा। जिन प्रतिष्ठानों को रेटिंग में स्थान नहीं मिलेगा, उन पर समिति कार्रवाई की संस्तुति करेगी।