प्रिंसिपल संविदा कर्मचारियों से हर महीने पैसे ले रहा था। कर्मचारी अभी तक 10 महीनों में 80 हजार रुपये रिश्वत के रूप में दे भी चुके थे।
सीबीआई ने केंद्रीय विद्यालय भेल (हरिद्वार) के प्रधानाचार्य को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। आरोपी ने यह रिश्वत संविदा पर तैनात सुरक्षाकर्मी से ली थी। वह संविदा पर तैनात आठ कर्मचारियों से 10 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से रिश्वत मांग रहा था। सीबीआई ने आरोपी के घर और दफ्तर की तलाशी भी ली, जिसमें कई तरह के दस्तावेज व अन्य सामग्री बरामद हुई है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार रिश्वत के संबंध में अरविंद कुमार निवासी भेल ने शिकायत की थी। दिल्ली की फर्म की ओर से अरविंद की स्कूल में नियुक्ति की गई है। उसके अलावा यहां पर अन्य लोग भी माली, गार्ड, सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात हैं। अरविंद कुमार पिछले 10 सालों से कार्यरत है। लिहाजा अरविंद के पास ही सभी कर्मचारियों के सुपरवाइजर का जिम्मा है। आरोप है कि बीते काफी समय से स्कूल का प्रधानाचार्य राजेश कुमार उसे धमका रहा था। प्रधानाचार्य का कहना था कि प्रत्येक माली, गार्ड और सफाई कर्मचारी के वेतन का कुछ हिस्सा उसे न दिया गया तो वह सबको नौकरी से निकाल देगा।
एक दिन प्रधानाचार्य ने अरविंद कुमार को अपने कार्यालय बुलाया और सभी संविदा कर्मियों से प्रतिमाह 10 हजार रुपये इकट्ठा कर बीते 10 माह का 80 हजार रुपये उसे देने को कहा। ऐसा न करने पर उसने अरविंद को नौकरी से निकालने की धमकी दी। अरविंद ने कहा कि इस रकम को 50 हजार कर लो, लेकिन राजेश कुमार नहीं माना। ऐसे में अरविंद ने सीबीआई से शिकायत कर दी। सीबीआई ने ट्रैप टीम बनाई और अरविंद के साथ केंद्रीय विद्यालय हरिद्वार भेज दी। आरोपी को मंगलवार दोपहर को स्कूल में ही 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया।