उत्तरकाशी। गंगोत्री हाईवे चौड़ीकरण के सर्वे का कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है। हाईवे चौड़ीकरण के लिए कई बार सर्वे किया जा चुका है। अब फिर से इन दिनों चयनित निर्माण कंपनी सर्वे कर रही है। इधर, बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि लोनिवि ने जिला मुख्यालय में चौड़ीकरण की जद में आने वाले प्रतिष्ठानों व भवनों को हटाने पर होने वाले खर्च को लेकर एक इस्टीमेट दिया है, उसे सत्यापित करने के लिए सर्वे किया जा रहा है। दरअसल, चारधाम सड़क परियोजना में गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के लिए वर्ष 2017 में डीपीआर बनकर तैयार हुई थी। तब से लेकर अब तक चौड़ीकरण कार्य के लिए कई बार सर्वे हो चुका है, बावजूद इसके चौड़ीकरण का काम शुरू नहीं हो पा रहा है। इससे शहर में एक ओर वाहनों की संख्या बढ़ने से दबाव बढ़ता जा रहा है। वहीं, वाहनों के अनुरूप हाईवे चौड़ीकरण नहीं होने से आए दिन जाम की समस्या बढ़ती जा रही है।
वर्तमान में जिला मुख्यालय के चुंगी बड़ेथी से भैरोंघाटी तक पांच चरणों में प्रस्तावित गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के पांचवें चरण चुंगी बड़ेथी से तेखला तक के लिए चयनित निर्माण कंपनी केसीसी की ओर से सर्वे किया जा रहा है। सर्वे पर अब लोग भी सवाल उठाने लगे हैं। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा, सुभाष कुमाईं, ज्ञानचंद रमोला का कहना है कि लोग लंबे समय से हाईवे चौड़ीकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन समस्या हल नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि चौड़ीकरण नहीं होने से स्थानीय लोगों के साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को भी जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार से शीघ्र चौड़ीकरण की मांग की है। इधर, बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि लोनिवि की ओर से चौड़ीकरण की जद में आने वाले भवनों व प्रतिष्ठानों को हटाने वाले खर्च को लेकर इस्टीमेट दिया है। इसे सत्यापित करने के लिए सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने फारेस्ट क्लीयरेंस मिलते ही चौड़ीकरण कार्य शुरू करने की बात कही।