मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास फ्रेमवर्क में बनी समस्त विभागों की वेबसाइट साइबर सुरक्षा की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित होंगी। यह महत्वपूर्ण बात है कि राज्य में आईटीडीए को यूआईडीएआई ने ऑथंटिकेशन यूजर एजेंसी-की यूजर एजेंसी बनाया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) और एनआईसी की ओर से विकसित की गई विभिन्न डिजिटल परियोजनाओं का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा, नई तकनीकी को आत्मसात करते हुए आईटीडीए और एनआईसी ने संयुक्त रूप से विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित किए हैं। इससे आम जनमानस को ऑल इन वन की तर्ज पर एक ही वेबसाइट digital.uk.gov.in पर आसानी से विविध प्रकार की सेवाएं मिल सकेंगी। विभागों के कार्यों की प्रगति ऑनलाइन देखी जा सकेंगी, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि स्वास फ्रेमवर्क में बनी समस्त विभागों की वेबसाइट साइबर सुरक्षा की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि राज्य में आईटीडीए को यूआईडीएआई ने ऑथंटिकेशन यूजर एजेंसी-की यूजर एजेंसी बनाया है। इसके बाद आधार ऑथंटिकेशन एवं ई-केवाईसी से संबंधित सेवाएं राज्य के विभिन्न विभागों की ओर से विकसित किए गए पोर्टलों जैसे यूसीसी, वर्चुअल रजिस्ट्री आदि के माध्यम से प्रदान की जा सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य डेटा सेंटर ने भी साइबर अटैक के बाद खुद को इंप्रूव किया है। नियर डिजॉस्टर रिकवरी को सचिवालय में स्थापित किया गया है। यह बड़ी बात है कि इस रिकवरी सेंटर में राज्य की विभिन्न संवेदनशील एप्लीकेशन व वेबसाइट को किसी भी आपात स्थिति होने की दशा में 15 मिनट के अंतराल में सुचारु किया सकेगा। मुख्यमंत्री ने डिजिटल डिजिटलीकरण के बेहतर इंप्लीमेंटेशन के लिए सभी विभागों को बेहतर सेटअप बनाने के निर्देश दिए। सीएम ने आईटीडीए को निर्देश दिया कि विकसित किए गए नए प्लेटफार्म पर सुगमता और तेजी से कार्य करने के लिए सभी विभागों का मार्गदर्शन करें।